नैतिक मुल्यों मे आ रही गिरावट:प्रस्तुत नाटक ‘आधी रात के बाद’ का सफल मंचन
लखनऊ,संवाददाता:यायावर रंगमण्डल द्वारा आयोजित दो दिवसीय नाट्य समारोह के दूसरे दिन डा.शंकर शेष द्वारा लिखित नाटक आधी रात के बाद का सफल मंचन हुआ।नाटक नैतिक मुल्यों मे आ रही गिरावट जैसी अनेक समाजिक समस्याओं पर सवाल उठाते हुए सफेद पोश पढ़े लिखे धन पशुओं के साथ – साथ न्याय व्यवस्था पर भी बड़े मार्मिक ढंग से प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है।नाटक में जज के सामने अपने अपराधों को स्वीकार करते हुए चोर, समाज के तथा कथित उच्च वर्ग के चेहरे से एक -एक करके गुनाहों की परतें उतारता हुआ मानो यह सवाल कर रहा हो कि वास्तव में चोर कौन है। दर्शकों के बीच इसी प्रश्न को छोड़ते हुए नाटक का समापन होता है।
नाटक का निर्देशन मो० हफीज़ ने किया।जज की भूमिका में अरशद अली, चोर की भूमिका में सुनील सोनू और पड़ोसी की भूमिका शुभम महावर ने बेहतरीन अभिनय किया।प्रकाश परिकल्पना मो० हफ़ीज़ की रही। मंच व्यवस्था अनूप कुमार सिंह और मंच संचालन नवल शुक्ला ने किया।