औरैया में बनेगा प्रदेश का पहला सारस केंद्र:वन विभाग करा रहा सर्वे अछल्दा रेंज में ही अब तक मिले हैं 869 सारस
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अब सारस के संरक्षण और संवर्धन पर भी खास ध्यान दिया जाएगा। इसके लिए औरैया में पहला सारस संरक्षण केंद्र बनाने का विचार किया गया है। वन एवं वन्यजीव विभाग ने औरेया की अछल्दा रेंज और आसपास के इलाके में सारसों की गणना के निर्देश भी दिए हैं।
सारस जोड़ों में रहने वाले आकर्षक जीव हैं, जिनका जिक्र प्राचीन ग्रंथों में भी प्रमुखता से किया गया है। एटा, इटावा, मैनपुरी और औरैया में सारस बहुतायत में पाए जाते हैं।
लेकिन,वन विभाग करा रहा सर्वे • औरैया की अछल्दा रेंज में ही लिया गया है। लेकिन अभी तक इनके लिए प्रदेश में कोई विशिष्ट स्थान आरक्षित नहीं हैं जहां इनके संवर्धन और संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया जाए। साथ ही पर्यावरण से जोड़कर इनके व्यवहार के बारे में अध्ययन हो ।इसलिए वन प्रभाग औरैया के अछल्दा रेंज को केंद्र मानते हुए आसपास के क्षेत्र को सारस केंद्र के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया है।अभी तक अछल्दा रेंज में 869 सारस गिने जा चुके है।इसके अलावा इस वन प्रभाग की औरैया रेंज,अजीतमल और बिधूना रेंज में भी सारस अच्छी खासी संख्या में है। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अछल्दा और आसपास के जंगलों में सारस की गणना के निर्देश दे दिए गए हैं, ताकि वहां सारस केंद्र बनाने के औचित्य के साथ रिपोर्ट शासन को भेजी जा सके।