शिव मंदिर खुमानपुर:आज के युग में मित्रता कम चापलूसी अधिक ●सुदामा चरित्र की कथा में श्रोता भाव विभोर
●श्रीकृष्ण की झांकी निकाल फूलों की होली खेली गई।
औरैया,संवाददाता:विकास खंड अछल्दा के गांव खुमानपुर के शिव मंदिर परिसर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान उत्सव में शनिवार को भगवताचार्य अवधेश नारायण शास्त्री ने सुदामा चरित्र की कथा का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि पहले की मित्रता अलग थी और आज केआधुनिक युग की मित्रता कम और चापलूसी अधिक होती है,अगर व्यक्ति को कार्य आपसे है तो वह पीछे पड़कर करवा लेगा,समय निकलने बाद देखना भी पसंद नही करता।इसलिए मतलबी लोगो की पहचान करना सीखो।
खचाखच भरे पंडाल में भगवताचार्य ने कहा कि मित्रता कैसे निभाई जाती है। यह भगवान श्री कृष्ण सुदामा से समझ सकते हैं। सुदामा अपनी पत्नी के आग्रह पर अपने मित्र श्रीकृष्ण से मिलने द्वारिका पहुंचे।जब वह उनके महल की ओर बढ़ने लगे तभी द्वारपालों ने सुदामा को भिक्षा मांगने वाला समझकर रोक दिया। तब उन्होंने कहा कि वह कृष्ण के मित्र हैं। इस पर द्वारपालों ने भगवान को जानकारी दी।जैसे ही द्वारपाल के मुंह से उन्होंने सुदामा का नाम सुना तो वह तेजी से द्वार पर पहुंचे और सुदामा को गले से लगा लिया।इसके बाद वह सुदामा को अपने महल में ले गए।प्रसंग सुन श्रोता भाव विभोर हो गए। इस दौरान पंडाल में सुदामा और कृष्ण की झांकी निकाल फूलों की होली खेली गई।
परीक्षत मान सिंह,मिथलेश यादव,ब्लाक प्रमुख शरद कुमार सिंह राना,प्रधान लालमन यादव,डायरेक्टर सुभाष यादव,लोकोपायलट सत्यवीर यादव,बीडीसी हरीओम राजपूत,मीना यादव,ममता यादव, गणेश यादव,राजवीर यादव,संजीव यादव आदि ने आरती उतारी।आचार्य को माला पगड़ी पहनाकर आशीर्वाद लिया।