पिता के बीड़ी न देने पर बेटे ने दी जान:रेलवे लाइन पर मिला शव
* मालगाड़ी के इंजन से जा कटा युवक,गुजरात से लौटा था गांव
औरैया,संवाददाता:पीने के लिए बीड़ी देने से इन्कार करने पर बेटा गांव के बाहर दुकान जाने की बात कहकर निकल गया। उसके वापस न लौटने पर परिजन ने उसे इधर-उधर तलाशा। इस बीच उसका शव रेलवे लाइन पर पड़े होने की जानकारी उन्हें गांव के कुछ लोगों से मिली। यह सुनते ही उनके पैरों तले जमीन निकल गई। शनिवार की सुबह ही युवक गुजरात से लौटा था।
थाना अछल्दा के गांव चिमकुनी निवासी हीरालाल का 25 वर्षीय पुत्र अरविंद कुमार पाल गुजरात प्रांत के सूरत में एक प्राइवेट फैक्ट्री में काम करता था। शनिवार सुबह घर वापस आया था। सुबह के लगभग आठ बजे उसने पिता से पीने के लिए बीड़ी मांगी।
जिसे देने से मना कर दिया। इस पर अरविंद गांव के ‘बाहर दुकान से बीड़ी लेने की बात कह कर घर से निकल आया। घर आने में देरी होने पर परिजन उसे ढूंढने के लिए निकल गए। उसके न मिलने पर परेशान हो गए। लगभग दो घंटे बाद करीब 10 बजे उन्हें हादसे का पता लगा। रेलवे पुलिस के मुताबिक गांव से करीब आठ किलोमीटर दूर अछल्दा रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर तीन पर वह खड़ा था। कुछ देर बाद अप (कानपुर-इटावा छोर) रेलवे ट्रैक पर आ रही मालगाड़ी के इंजन के आगे कूद कर खुदकुशी कर ली। लोको पायलट ने मालगाड़ी रोकते हुए स्टेशन मास्टर को जानकारी दी। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के हेड कांस्टेबल राम निवास और कांस्टेबल गुरमीत सिंह ने ट्रैक पर पड़े शव को रेलवे कर्मियों की मदद से हटवा कर प्लेटफार्म पर रखवा दिया। कुछ मिनटों के बाद मालगाड़ी को गंतव्य के लिए रवाना किया गया। वहीं युवक के हाथ पर चिमकुनी लिखा होने पर गांव में जानकारी दी गई। पिता ने शव की शिनाख्त की। उन्होंने बताया कि उसके दो बेटों में अरविंद छोटा था। घर में कोई कहासुनी नहीं हुई थी।
राजकीय रेलवे पुलिस चौकी फफूंद प्रभारी देवेंद्र सोलंकी ने बताया कि खुदकुशी के पीछे की वजह परिजन स्पष्ट नहीं कर सके हैं।दिवंगत गुजरात से सुबह ही गांव आया था मामलें की जांच की जा रही है।