भारतीय संस्कृति को अक्षुण बनाने में स्वामी विवेकानंद का मेंहत्वपूर्ण योगदान रहा
*गायत्री परिवार द्वारा मनाया गया युवा चेतना दिवस
औरैया,संवाददाता:अपने देश को विश्व पटल पर गौरव दिलाने वाले महापुरूष स्वामी विवेकानंद की जयंती गायत्री परिवार अछल्दा द्वारा कस्बा के श्री लक्ष्मी नारायण इंटरनेशनल हाई स्कूल में पूजा अर्चना करके मनाई गई।
इस अवसर पर उनके चित्र पर कालेज प्रबंधक विशाल गुप्ता ने
माल्यार्पण तथा दीप प्रज्वलित किया।प्रबंधक ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने अपने दिव्यज्ञान से देश के युवाओं को प्रेरक दिशा प्रदान की उनके बताए गए मार्गो पद चिन्हों पर चलने को बताया।संचालन कर रहे गायत्री परिवार के मनोज गुप्ता ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जयंती को युवा चेतन दिवस रूप मनाये जाने से वर्तमान में अपने राष्ट्र अपनी संस्कृति में जोड़ कर युवाओं को फिर से संस्कार बनाने से खड़ा करने कार्य कर रहे ।उन्होंने ही विश्व में भारतीय संस्कृति का डंका बजाया था।भारतीय संस्कृति को अक्षुण बनाने में स्वामी विवेकानंद का मेंहत्वपूर्ण योगदान रहा।
गायत्री युवा प्रकोष्ठ से अंशू पोरवाल,मुकेश सोनी,सौरभ पोरवाल, प्रज्ञा मंडल से चंद्र प्रकाश मिश्र,लायक सिंह,रवीद्र पोरवाल,बउआ पांडेय,अजीत गुप्ता आदि ने कहा कि स्वामी विवेकानंद को युवाओं के लिए एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व थे जिनसे हम सभी को सीख मिली।सभी युवाओं को युग ऋषि का सत्यसाहित्य युवा व नारी जागरण का वितरण किया।छात्रों ने शिक्षा सम्बंधी नाटक प्रस्तुति की।परिवार की तरफ से सम्मानित किया गया।