औरैया, संवाददाता: प्रसूता को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अछल्दा में भर्ती कराया वहां उसने बेटी को जन्म दिया। खून का रिसाव बन्द न होने पर चिकित्सक ने उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्विद्यालय सैफई के लिए रेफर किया। परिजनो ने जाने से मना कर लिखित दे दी। प्राइवेट हॉस्पीटल में भर्ती करवाया गया। हालत में सुधार न होने पर स्टाफ ने मना कर दिया। इटावा ले जाते समय रास्ते में मौत होने पर परिजनों और ग्रामीणों ने लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा किया।
थाना अछल्दा क्षेत्र के गांव पसैया निवासी सुधीर कुमार राजपूत पत्नी (28) किरन देवी को रविवार सुबह तेज दर्द होने पर सीएचसी में भर्ती होने बाद सुबह 8: 38 पर प्रसूता ने बेटी को जन्म देने में खून का रिसाव बन्द न होने पर हालत देख चिकित्सक रेफर किया। थाना अयाना के गांव सेगनपुर निवासी भाई अनोज कुमार ने आरोप लगाया है कि अछल्दा सीएचसी में खुली केंटिन के युवक ने बताया की तुम सैफई ना जाकर कस्बा के नहर बाज़ार पसैया रोड़ स्थित प्रेम हॉस्पिटल में ले जाओ।
इस पर वह बहन को ओमनी कार से आनन-फानन में लाकर 9:38 पर भर्ती कराया। प्रेम हॉस्पीटल स्टाफ ने भाई से 5 हजार रुपए जमा करा लिए और उक्त हॉस्पिटल में 3 घंटे रोका उचित इलाज और ऑक्सीजन तक न मिलने पर हालत खराब होने के बाद स्टाफ ने उपचार करने से मना करते हुए बाहर ले जाने को कह दिया। नाजुक हालत में करीब 1:38 पर कार से बहन को इटावा ले जा रहा था। तभी रास्ते में साम्हों गांव के निकट महिला ने दम तोड देने पर सीधे हॉस्पीटल परिजनों और ग्रामीणों ने पंहुचकर हंगामा करते हुए अस्पताल स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा प्रदर्शन होते देख अस्पताल कर्मी मौके से फरार हो गए।
ससुर रामसेवक ने थाना पहुँचकर लिखित तहरीर पुलिस को दी। थाना प्रभारी निरीक्षक ब्रजेश सिंह सोलंकी ने पंहुचकर समझाया परिजन हॉस्पीटल संचालक पर कार्रवाई की मांग की। अपर पुलिस अधीक्षक आलोक मिश्रा ने कार्रवाई का भरोसा देकर सीएमओ से बातचीत की।
सीएमओ ने टीम भेजी डिप्टी सीएमओ डा.देव नारायण कटिहार, ओपी सिंह, सीएचसी अधीक्षक ने हॉस्पीटल को सील कर दिया। चार घण्टें तक हंगामा चलने बाद शव को पुलिस ने मोर्चरी के लिए भेज दिया। परिजनों का हाल बेहाल था पति बेसुध हालत में 5 वर्षीय मासूम आर्यन है।
सीएचसी अधीक्षक ड़ा जितेंद्र यादव ने बताया कि सुबह प्रसूता को खून का रिसाव अधिक होने पर रेफर किया गया। परिजन सैफई ले जाने को मना कर दिया था। अपनी मर्जी से ले जाने की लिखित ले ली गई थी। उक्त हॉस्पीटल को सीज कर जांच कर कार्रवाई की जावेगी।