चार दशक से शनिचरा पीएचसी की सूखी पड़ी पानी की टंकी
धनघटा (संत कबीरनगर): तहसील क्षेत्र के शनिचरा बाजार स्थित पीएचसी पर तीमारदारों को पेयजल की सुविधा देने के लिए चार दशक पूर्व अस्पताल बनने के समय पानी की टंकी का निर्माण कराया गया था,लेकिनआज तक पानी की आपूर्ति चालू नही हो सकी।विभागीय अधिकारियों को पत्र लिखें गए लेकिन सुनवाई नही हो सकी।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शनिचरा बाजार का वर्ष 1982 में अस्पताल निर्माण कराया गया। स्वास्थ्य कर्मियों, मरीजों , तीमारदारों को शुद्ध पेयजल की व्यवस्था के लिए अस्पताल परिसर में पानी की टंकी का निर्माण लाखों की धनराशि से करवाया गया लेकिन पानी की आपूर्ति चालू नही हुई।जिसका परिणाम है कि टंकी निष्प्रयोज्य बनकर रह गई है।मरीजो में हरिराम ,रामरेखा ,जितई ,सुभाष, संचित आदि लोगों का कहना है कि शुद्ध पेयजल के लिए बोरिंग कराई गई टंकी बनाई गई लेकिन मोटर न लगाए जाने के कारण टंकी में पानी की आपूर्ति चालू नही हो सकी। जिससे चार दशक से पानी की टंकी सूखी पड़ी हुई है मजबूरी में हैंड पाइप से कनेक्शन देकर आवश्यक स्थानों पर प्लास्टिक की टंकी लगाकर कार्य को पूरा किया जा रहा है।इससे जहां लोगों को शुद्ध पेयजल नसीब नहीं हो रहा है वही लाखों रुपए का धन बेकार साबित हो रहा है। इस संबंध में सीएचसी अधीक्षक पौली डा.प्रशांत ने बताया कि शनिचरा पीएचसी पर वाटर टैंक पहले से ही सूखा पड़ा हुआ है। जिसके लिए पत्र कई बार विभाग को लिखा जा चुका है मजबूरी में काम चलाने के लिए प्लास्टिक का वाटर टैंक लगाकर कार्य को संपादित किया जा रहा है।