इंडिया पोल्ट्री एक्सपो का शुभारंभ:यूपी में कुक्कुट पालन को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने विकास नीति लागू की:सांसद डा.दिनेश शर्मा
*पोल्ट्री व्यवसाय सबसे संगठित उद्योग के रूप में उभर रहा
लखनऊ,संवाददाता। तेजस्वी इवेंट्स हैदराबाद एवं पीपुल फार पोल्ट्री छत्तीसगढ़ के संयुक्त तत्वावधान में इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान, लखनऊ में तीन दिवसीय इंडिया पोल्ट्री एक्सपो का शुभारंभ हुआ।
त्रिदिवसीय पोल्ट्री एक्सपो का मुख्य उद्देश्य पोल्ट्री व्यवसाय में विकसित हो रहीं नई वैज्ञानिक तकनीकियों की जानकारी ग्रामीण तथा अर्धशहरी क्षेत्रों के छोटे से छोटे पोल्ट्री फार्मरों को उपलब्ध करवाना है।
ऐसे आयोजन मुख्य रूप से हैदराबाद, बैंगलोर, मुंबई अथवा दिल्ली जैसे महानगरों में आयोजित किये जाते हैं जहाँ ग्रामीण अंचलों के छोटे पोल्ट्री फार्मर नहीं पहुँच पाते है और वे पोल्ट्री फार्मिंग में हो रहे नित नए अनुसंधानों से अनभिज्ञ रह जाते हैं। इस त्रिदिवसीय पोल्ट्री एक्सपो में स्थानीय,राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर की करीब 70 स्टॉल लगाए जा रहे जिनमें पोल्ट्री फीड, दवाईयां तथा पोल्ट्री इक्विपमेंट बनाने वाली कम्पनियां प्रमुख हैं। जो प्रतिनिधियों के माध्यम से उत्पादों की गुणवत्ता के बारे में पोल्ट्री फार्मरों को जानकारियां देगे।
राज्यसभा सांसद डा.दिनेश शर्मा ने फीता काटकर शुभारंभ करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में कुक्कुट पालन को बढ़ावा देने हेतु राज्य सरकार द्वारा कुक्कुट विकास नीति लागू की गई जिस कारण प्रदेश में पोल्ट्री व्यवसाय तेजी से बढ़ रहा है। पहले यूपी में पोल्ट्री उत्पाद दूसरे राज्यों से आते थे किंतु प्रदेश में पोल्ट्री उत्पादों, वस्तुतःअंडे एवं चिकन का उत्पादन बढ़ने से इसमें कमी आई है।
सांसद ने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि आने वाले समय में यूपी खपत के अनुरूप उत्पादन करे।भारत कृषि प्रधान देश में पशुपालन इसका अभिन्न अंग है एवं पशुपालन के क्षेत्र में पोल्ट्री व्यवसाय सबसे संगठित उद्योग के रूप में उभर रहा।
उन्होंने जोर दिया कि पोल्ट्री व्यवसाय स्वरोजगार को बढ़ावा देने वाला व्यवसाय है।मुर्गी पालको नें संगठन के माध्यम से राज्यसभा सांसद से अपील कि शासन द्वारा मुर्गीदाने में उपयोग होने वाले मुख्य घटक ,वस्तुतः मक्का, सोयाबीन खली, मूंगफली खली, चावल कनकी, कोढ़ा इत्यादि की कीमतों में सब्सिडी दी जाए ताकि सस्ता दाना बनाया जा सके,दाना बहुत महंगा पड़ रहा जिसके कारण उत्पादों की उत्पादन लागत बढ़ जाती है। संगठन नें अनुरोध किया कि बाल कुपोषण को दूर करने हेतु, दूसरे राज्यों की तरह प्रदेश की आंगनबाड़ी तथा स्कूलों में मध्यान्ह भोजन में अंडा दिया जाए। एक्सपो के दूसरे दिन अर्थात 6 मार्च को देश के ख्याति प्राप्त पोल्ट्री वैज्ञानिक एवं विशेषज्ञ पोल्ट्री फार्मिंग में प्रबंधन, रोग तथा निदान जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर अपने व्याख्यान देंगे। 7 मार्च को समापन समारोह में महाराष्ट्र, गुजरात, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, यूपी और हरियाणा से लगभग 6000 पोल्ट्री फार्मरों की उपस्थिति की संभावना है।