मजदूर बनकर करते थे रेकी:अंतरजनपदीय पंखिया गिरोह के आधा दर्जन बदमाश लाखों के जेवरात नगदी समेत गिरफ्तार
औरैया,संवाददाता:कोतवाली अजीतमल क्षेत्र में हुई चोरी की घटनाओं के मामले में पुलिस ने अंतरजनपदीय पंखिया गिरोह के आधा दर्जन बदमाशों को गिरफ्तार किया। इनके पास से लाखों के जेवर व करीब डेढ लाख रुपये बरामद किए। गैंग पहले मजदूर बनकर क्षेत्र में काम कर रेकी करते थे और फिर चोरी की वारदात को अंजाम देते थे। पुलिस ने आरोपितों को न्यायालय मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश कर वहां से जेल भेज दिया गया।
कोतवाली अजीतमल अंतर्गत बारेपुर गांव सहित अन्य जगहों पर हुई चोरियों की वजह से लोगों में डर बैठ गया था। पुलिस के लिए भी घटनाएं चुनौती से कम नहीं। सोमवार को एसपी चारू निगम ने बताया कि राजफाश के लिए चार टीमों का गठन किया था। सीसी कैमरे की फुटेज के आधार पर संदिग्धों की पहचान हुई। रविवार की रात अजीतमल में रेकी करते समय पुलिस ने छह संदिग्धों को पकड़ा। पूछताछ में उन्होंने अपना नाम जनपद शाहजहांपुर के थाना मदनापुर के पंखिया खेड़ा निवासी राजिश खान,इसी जनपद व थाना के इस्लाम नगर निवासी राजे आलम उर्फ ननकी व जहांगीर,जनपद बदायूं माजि थाना हजरतपुर गढ़िया पैगंबरपुर निवासी यशपाल व माजिद उर्फ मक्का,जनपद शाहजहांपुर थाना जैतीपुर निवासी खेड़ा बझेड़ा निवासी अलीम बताया। इसके पास पुलिस ने लाखों रुपये के जेवरात व नकदी बरामद हुई।
पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि वह मजदूर के भेश में रहते हैं। क्षेत्र में धान रोपाई आदि का काम करते समय गांव के घरों की रेकी करते हैं। इसके बाद घटना को अंजाम देने के बाद फरार हो जाते हैं। इस गैंग के कुछ साथी कुशीनगर में 21 सितंबर को पुलिस मुठभेड़ में चोरी के सामान समेत पकड़े गए थे।
पुलिस अधीक्षक ने गिरफ्तार करने वाली टीम को 25 हजार रुपये इनाम की घोषणा की है। साथ ही एडीजी से प्रशस्ति पत्र देने के लिए पत्र लिखे जाने की बात कही।
लाखों के जेवरात नगदी बरामद: एक लाख 46,100 रुपये,एक पीली धातु का हार,11अंगूठी,दो मर्दाना,तीन चैन,एक टीका,एक जोड़ी टाप्स,दो मंगलसूत्र,एक जोड़ी झाले,दो सफेद धातु के हाय,16 जोड़ी पायल,पांच सिक्के, एक नारियल,एक सुपारी का कवर दो कड़े सहित एक कार पुलिस ने बरामद की।
अन्य जनपदों में चोरी की घटना को दिया अंजाम:
पूछताछ में बदमाशों ने कुदरकोट के पुनावर,दिबियापुर के नौगवां,अजीतमल के बारेपुर गांव(प्रधान सहित तीन घरों में),लक्ष्मणपुर,वरीपुर जगहों पर हुई चोरी की बात स्वीकार की है। साथ ही झांसी के मोड थाना क्षेत्र के गांव अमरा,इसी थाने के सैमरी,जनपद फतेहगढ़ के थाना शमशाबाद,इसी जनपद व थाने के गांव फतेहचंद्र,फतेहगढ़ के थाना नवाबगंज थाना कायमगंज,एटा जनपद के थाना राजा का रामपुर के गांव लुहारीखेड़ा आदि जगहों पर घटना को अंजाम दिया है।
बायोमीट्रिक से कराई जाएगी असली पहचान:
एसपी चारू निगम ने बताया कि पकड़े पंखिया गिरोह के सदस्य गिरफ्तार होने के बाद पूछे जाने पर पहचान छिपा लेते हैं। गलत नाम बता कर जेल चले जाते हैं। एसपी ने कोतवाल ललित कुमार को सभी का बायोमीट्रिक कराए जाने के निर्देश दिए हैं। इससे उनकी सही पहचान निकलकर सामने आएगी। साथ ही इनकी अन्य जानकारी भी पता चलेगी।
बाढ़ पीड़ित बताकर बेचते थे जेवरात:
पकड़े गए बदमाशों ने पूछताछ में बताया कि चोरी में मिलने वाले जेवर व नकदी को आपस में बांट लेते हैं। जेवर को बेचने के लिए यह ज्वैलर्स के पास बाढ़ पीड़ित बनकर जाते हैं और जेवर को बेच लेते हैं। यह गिरोह परिवार के साथ चलता है। पुलिस ने बताया कि पकड़े जाने के बाद गिरोह के एक फरार सदस्य को फोन से बात कराई तो उन्होंने क्षेत्र की भाषा बात कर उन्हें भगा दिया। पुलिस ट्रेस हुई लोकेशन पर पहुंची तो भाग गए।